एचएसबीसी ने मंगलवार को अपने संचालन में बदलाव करने की घोषणा की। इसके तहत बैंक दुनिया भर में 35,000 लोगों को निकालेगा। पिछले साल बैंक के प्रॉफिट में एक तिहाई की कमी आई थी। अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर, ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन से बाहर निकलने के बाद से बैंक को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने के बाद एचएसबीसी की मुश्किलों में और इजाफा हुआ है।
2022 तक लागत में करीब 32 हजार करोड़ की कटौती करने की योजना
हाल के समय में बैंक के एशिया बिजनेस ने अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन यूरोप और अमेरिका में कारोबार अच्छा नहीं चल रहा है। एचएसबीसी बैंक के सीईओ नोएल क्विन का कहना है कि बैंक के बिजनेस के कुछ भाग अच्छा रिटर्न नहीं दे रहे हैं। रिटर्न बढ़ाने के लिए नई योजना बनाई गई है। उन्होंने बताया कि अगले तीन साल में एचएसबीसी में कर्मचारियों की संख्या को 2.35 लाख से घटाकर 2 लाख पर लाया जाएगा। बैंक ने कहा है कि 2022 तक उसकी लागत में करीब 32 हजार करोड़ की कटौती करने की योजना है। ज्यादातर कटौती अमेरिकी और यूरोपीय कारोबार से होगी। अमेरिका में बैंक ने ब्रांच की संख्या में 30% की कटौती करने की योजना बनाई है। पिछले साल बैंक को टैक्स से पहले 13.3 अरब डॉलर का प्रॉफिट हुआ था। यह एक साल पहले के मुकाबले 33% कम है।
2022 तक लागत में करीब 32 हजार करोड़ की कटौती करने की योजना
हाल के समय में बैंक के एशिया बिजनेस ने अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन यूरोप और अमेरिका में कारोबार अच्छा नहीं चल रहा है। एचएसबीसी बैंक के सीईओ नोएल क्विन का कहना है कि बैंक के बिजनेस के कुछ भाग अच्छा रिटर्न नहीं दे रहे हैं। रिटर्न बढ़ाने के लिए नई योजना बनाई गई है। उन्होंने बताया कि अगले तीन साल में एचएसबीसी में कर्मचारियों की संख्या को 2.35 लाख से घटाकर 2 लाख पर लाया जाएगा। बैंक ने कहा है कि 2022 तक उसकी लागत में करीब 32 हजार करोड़ की कटौती करने की योजना है। ज्यादातर कटौती अमेरिकी और यूरोपीय कारोबार से होगी। अमेरिका में बैंक ने ब्रांच की संख्या में 30% की कटौती करने की योजना बनाई है। पिछले साल बैंक को टैक्स से पहले 13.3 अरब डॉलर का प्रॉफिट हुआ था। यह एक साल पहले के मुकाबले 33% कम है।